New Step by Step Map For प्रेरणा कहाँ से मिलती है

उल्लू ने कहां – तुम चुप रहो, यह मेरी पत्नी है। 

पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua

अकबर बीरबल की कहानियाँ

इस प्रसंग से सीख – दोस्तों ! मांस वह खाता है जो मांसाहारी होता है और जिसके दांत मांस खाने के लिए बने होते है. जब हम किसी भी जानवर का मांस खाते है तो हम भी कही न कही उस जानवर की मौत के जिम्मेदार होते है.

जब गाँधी को इस बात का पता चला तो उन्हें आनंद जी की यह बात बहुत बुरी लगी.

इस कारण से पड़ा था बजरंग बली का नाम हनुमान

नन्ही गिलहरी ने सागर पे पुल बांधा

फिर मै तुम्हें जीवन के अत्यंत रहस्यों में से कुछ मोती चुन कर देता, फिर मै तुम्हें बताता की जीवन क्या है. जीवन का अर्थ व मतलब क्या है।क्योंकि जब तुम किसी की अच्छाइयों को छोड़कर उसके बुराइयों पर ध्यान देते हो या उसके विषय में चिंतन करते हो, तो जाने अनजाने ही सहीं परन्तु उन बुराइयों के कुछ हिस्से को अपने अंदर उतार लेते हो। 

पंचतंत्र की कहानी: संगत का प्रभाव – sangati ka asar – kids stories

गाँधी जी की बात सुनकर आनंद स्वामी को अपनी गलती का अहसास हुआ. उन्होंने उस आम आदमी से इस बात को लेकर माफ़ी मांगी.

कहानियों के कई रूप हो सकते हैं जैसे – प्रेम, नफ़रत, शौर्य, देश भक्ति, दुःख, ख़ुशी, भुत पिशाच, जासूसी आदि ऐसे कई भाव. आमतौर पर शिक्षाप्रद छोटी- छोटी कहानियाँ, प्रेरणादायक कहानियाँ, जासूसी कहानियाँ पाठको को लुभाती हैं। कहानियाँ छोटे- छोटे बच्चों को सही गलत की पहचान कराती हैं, कहानियों के जरिये उन्हें नीति here का ज्ञान होता हैं, कहानियाँ इसलिए इतनी प्रभावशाली होती हैं क्यूंकि उनमें पात्र,संवाद होते हैं, जो दिल और दिमाग में जगह बना लेते हैं जिन्हें व्यक्ति आसानी से स्वीकार कर लेता हैं, याद रख पता हैं। इसी कारण  कहानियों को सर्वांगिक विकास के लिए सबसे सुन्दर विधा समझा जाता हैं.

गाँधी जी ने अपने जीवन में कभी भी मांस को हाथ नहीं लगाया. किन्तु एक बार उन्होंने मांस का सेवन किया था. जब गाँधी जी ने मांस खा लिया उस रात को गाँधी जी को पूरी रात अपने पेट में बकरे की बोलने की आवाज महसूस हुई.

अकबर बीरबल की कहानियाँ

यह सुनकर हंस बेचारा हैरान था वह रोने, बिलखने लगा कि पंचायत ने गलत फैसला सुनाया है, उसके साथ अन्याय हुआ है। उल्लू ने मेरी पत्नी लेली ऐसा कहते हुए रोते बिलखते वह वहां से जाने लगा। 

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